Rajasthan Student Union Elections | Rajasthan University Election 2023 | राजस्थान छात्रसंघ चुनाव | राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव | Chatra sangh chunav 2023 rajasthan | Rajasthan Chatra sangh chunav 2023
Rajasthan Student Union Elections राजस्थान में छात्र संघ चुनाव 2023 को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है! इस बार प्रदेशभर में नहीं होंगे इस बार छात्रसंघ चुनाव राजस्थान में सभी विश्वविद्यालयों ने देर रात लिया बड़ा फैसला।
Rajasthan Student Union Elections Latest News
राज्य सरकार ने मौजूदा 2023- 24 के शैक्षणिक सत्र में छात्र संघ चुनाव नहीं कराने का फैसला किया है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार को सभी कुलपतियों व उच्चाधिकारियों की मीटिंग में यह फैसला किया गया है। इसके बाद सभी विवि को इस फैसले की जानकारी के लिए पत्र भेज दिया गया है।
पत्र में कहा गया है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की क्रियान्विति की चुनौती, विश्वविद्यालयों की विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम में देरी, चालू सत्र के लिए प्रवेश में देरी से 180 दिन का अध्यापन कार्य कराना चुनौतीपूर्ण होने सहित विभिन्न कारणों से यह फैसला किया गया है।
राजस्थान छात्रसंघ चुनाव एक चुनाव है जो राजस्थान राज्य में स्थित विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्रसंघ के पदों के लिए, आयोजित किया जाता है। यह चुनाव छात्रों के नेतृत्व में उम्मीदवारों के बीच होता है, जिसमें छात्रसंघ के विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए मतदान होता है।
राजस्थान छात्रसंघ चुनाव में आम छात्रों को विभिन्न पदों पर उम्मीदवार खड़े होते हैं, जैसे कि छात्रसंघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष आदि। छात्रसंघ चुनाव छात्रों के नेतृत्व में बदलाव और विभिन्न छात्रकार्यों के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह छात्रों को अधिकार और सामाजिक संबंधों में अपनी भूमिका का अनुभव करने का एक अवसर प्रदान करता है।
13 साल बाद छात्रसंघ चुनावों पर रोक, प्रदेशभर में नहीं होंगे इस बार छात्रसंघ चुनाव, उच्च शिक्षा विभाग की ओर से देर रात जारी किए गए आदेश, छात्रसंघ चुनावों में धनबल, भुजबल का खुलकर प्रयोग होने, लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का उलंघन होने का दिया गया हवाला, वहीं शिक्षण कार्य प्रभावित होने और नई शिक्षा नीति को लागू करने में असुविधा की कही बात
उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 2004 से 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये थे। वर्ष 2010 से छात्रसंघ चुनाव करवाये जा रहे हैं। कोविड की विषम परिस्स्थितियों के कारण 2020 एवं 2021 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये।
कुलपतिगणों द्वारा विद्यार्थियों के छात्रसंघ चुनावों में धनबल एवं भुजबल का खुलकर प्रयोग करने तथा लिंगदोह समिति की सिफारिशों का उल्लंघन होने की स्थिति स्पष्ट की गई। यदि छात्रसंघ चुनाव कराये जाते हैं तो शिक्षण कार्य अत्यधिक प्रभावित होने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप सेमेस्टर सिस्टम लागू करने में अत्यधिक असुविधा रहेगी।
अतः राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के बैठक में उपस्थित सभी कुलपतिगणों द्वारा व्यक्त किये गये मन्तव्यों को दृष्टिगत रखते हुए तथा व्यापक छात्रहितों में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में सत्र 2023-24 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने का निर्णय लिया गया है।
युवाओं के एक कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठाकर धनबल के उपयोग व लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के उल्लंघन पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद ही उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विवि को पत्र लिखकर चुनाव नहीं कराए जाने की बात कही।