Khole Ke Hanuman Ji Mandir Jaipur | राजस्थान की राजधानी जयपुर में दिल्ली बाईपास रोड़ पर लक्ष्मण डूंगरी में स्थित है प्राचीन खोले के हनुमान जी मंदिर । हिंदू आस्था का प्रतीक यह प्राचीन मंदिर चारों और से ऊंची पहाड़ियों से घिरा होने के कारण यहां का दृश्य अदभुत और मनमोहक दिखाई देता है।
जयपुर में देश विदेश से पर्यटक घूमने आते है, जो यहां के किले, महल और मंदिरों के दर्शन करते है । यहां आने वाले सभी पर्यटक और श्रद्धालु एक बार खोले के हनुमान जी मंदिर के दर्शन अवश्य करते है । मंदिर प्राचीन काल से यहां पर विद्यमान था जिसका वर्तमान स्वरूप 1960 में बनाया गया है। भगवान हनुमान जी को समर्पित यह मंदिर आस-पास के क्षेत्र में आस्था का प्रतीक है। आज के इस लेख में हम आपको खोले के हनुमान जी मंदिर का इतिहास एवम् मंदिर की वास्तुकला और मंदिर कैसे पहुंचे के विषय में संक्षिप्त जानकारी प्रदान करने जा रहे है:-
खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर का अवलोकन
खोले के हनुमान जी मंदिर | |
स्थान | दिल्ली बाईपास रोड, जयपुर |
निर्माता | पंडित राधे लाल चौबे |
श्रेणी | हिन्दू मंदिर |
मौसम | 32 – 44°C |
समय | प्रात: 6:00 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | फ्री |
जयपुर की पूर्वी दिशा में दिल्ली बाईपास रोड़ पर जाते समय ऊंची पहाड़ियों की एक श्रृंखला दिखाई देती है, इसी श्रृंखला में लक्ष्मण पहाड़ी पर स्थित है भव्य प्राचीन खोले के हनुमान जी मंदिर, जयपुर । मंदिर के तीनों और विशाल पहाड़ियां है, एवम् मध्य में मंदिर स्थित है। मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण पंडित राधे लाल चौबे जी ने 1960 में करवाया था।
कथा के अनुसार राधे लाल जी एक समय भ्रमण पर थे, जब उन्होंने पहाड़ी पर हनुमान जी की नक्काशीदार लेटी हुई मूर्ति दिखाई दी । तब उन्होंने इसे भगवान का उनको दिया कोई इशारा समझकर यहां पर एक मंदिर का निर्माण करवाया था, और जीवन पर्यन्त यहां पर हनुमान जी की भक्ति और पूजा अर्चना में व्यतीत किया ।
Khole Ke Hanuman Ji Mandir History in Hindi
Khole Ke Hanuman Ji Mandir के इतिहास पर बहुत सी कथाएं प्रचलित है, जिसमें पंडित राधे लाल जी की कथा हमने ऊपर पढ़ी है, तो एक कथा यह भी है की यहां पर कालांतर में संत बाबा निर्मल दास जी ने हनुमान जी की पूजा अर्चना की थी, इसलिए इस स्थान को नरवर दास जी की खोल के नाम से भी जानते है । शुरुआत में मंदिर एक छोटे से स्थान पर बना था, फिर धीरे-धीरे आस्था बढ़ती गई और आज मंदिर का गर्भ गृह बहुत विशाल है, जिसमे 500 से अधिक श्रद्धालु एकसाथ बैठ सकते है ।
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खोले के हनुमान जी मंदिर की वास्तुकला
जयपुर शहर में दिल्ली बाईपास रोड़ पर स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी और राजपूती महल के समान प्रतीत होती है, मंदिर परिसर की दीवारों पर सुन्दर कलाकृतियाँ उकेरी गई है । मंदिर में भव्य गोल गुम्बद और जालीदार खिड़कियाँ और नक्काशीदार खम्बे बने हुवे है। खोले के हनुमानजी का मंदिर दो मंजिला गुलाबी बलुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से बना है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर पानी का टेंक बना हुवा है, जिसमे श्रद्धालु अपने हाथ पैर धो सकते है।
कैसे पहुंचे खोले के हनुमान जी मंदिर
जयपुर का राजस्थान की राजधानी होने की वजह से आपको यहाँ पहुँचने में किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा, आप जयपुर यात्रा के तीनो साधनों से आसानी पहुँच सकते है। खोले के हनुमान जी मंदिर आने लिए आपको जयपुर हवाईअड्डे या रेलवे स्टेशन अथवा बस द्वारा आना पड़ेगा। जयपुर पहुँच कर आपको मंदिर के सरकारी बस अथवा प्राइवेट बस या फिर टेक्सी और ऑटो में बुकिंग करनी होगी। फिर आप मंदिर में आसानी से पहुँच सकते है।
Khole Ke Hanuman Ji Temple Map
FAQ’s About khole ke hanuman ji Mandir
राजस्थान में हनुमान जी का सबसे प्राचीन मंदिर कौन सा है?
राजस्थान के दौसा जिले में जयपुर-बांदीकुई बस मार्ग पर बसे मेहंदीपुर गाँव में स्थित है मेहंदीपुर बालाजी का सबसे प्राचीन मंदिर। इस मंदिर का इतिहास करीब 1000 वर्ष से भी पुराना है।
खोले के हनुमान जी मंदिर का पता क्या है?
खोले के हनुमान जी मंदिर जयपुर पता : लक्ष्मण डूंगरी, नटाटा मोड, दिल्ली रोड, कुंडा , जयपुर-302028, राजस्थान है ।