बिना ब्याज के लोन, यह सुनकर आप चौंक सकते हैं और शायद आपको इसपर यकीन न हो, लेकिन यह सच है।
Free loan without interest : राजस्थान में एक ऐसी संस्था है. जो बिना ब्याज के 3 लाख रुपए तक का लोन देती है. अगर आप गरीब परिवार से है. कुछ नया करना चाहते है तो किसी बैंक के चक्कर काटने की जरुरत नहीं है.
Rajasthan Jalore news : राजस्थान के जालोर जिले में पुरोहित वेलफेयर ट्रस्ट (Purohit Welfare Trust ) नाम की यह संस्था ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद के लिए खास मुहिम चला रखी है। संस्था ऐसे परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को बिना ब्याज और शर्त का लोन दे रही है।
जालोर : अगर कोई आपसे कहे कि आप लोन ले जाइये और उसे चुकाने की टेंशन मत लीजिए, तो यह बात आपको खुश करने के साथ आपके कॉन्फिडेंस को भी चार गुना कर देगी। राजस्थान के जालोर जिले की एक संस्था कुछ ऐसा ही कर रही है। पुरोहित वेलफेयर ट्रस्ट नाम की यह संस्था आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को मजबूत बनाने के लिए बिना ब्याज के लोन देती है। लोन चुकाने की कोई शर्त नहीं होती, केवल सक्षम होने पर भावना का जुड़ाव के लिए राशि लौटा सकते हैं।
पुरोहित वेलफेयर ट्रस्ट जालोर
राजस्थान के जालोर में एक संस्था है. जिसका नाम पुरोहित वेलफेयर ट्रस्ट है. ये उन लोगों की मदद करती है. जो आर्थिक रुप से कमजोर होते है. उन कमजोर परिवारों की प्रतिभाशाली बच्चों को सक्षम बनाने के लिए ब्याज मुक्त ऋण देती है. लोन चुकता करने की भी कोई शर्त नहीं है. जब सक्षम हो तभी लौटा दीजिए.
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ये ट्रस्ट जिन लोगों की मदद करता है. उसमें सबसे ज्यादा प्राथमिकता विधवा महिलाओं को दी जाती है.
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को बिना ब्याज के लोन
- बच्चों की पढ़ाई के लिए 3 लाख तक का लोन
- पढ़ लिखकर कामयाब हो गया तो वो कर्ज वापिस चुका देगा. अगर सक्षम नहीं हुआ तो उस पर कर्ज चुकाने का कोई दबाव नहीं
228 विधवाओं को दे रहे है पेंशन

पुरोहित वेलफेयर ट्रस्ट के जेतावाड़ा निवासी प्रताप पुरोहित संरक्षक है। वर्ष 2010 में यह ट्रस्ट बनाया गया था। इसमें उन विधवाओं को पेंशन दी जा रही है, जिनके पति का कम उम्र में देहांत हो गया हो। आर्थिक रूप से कमजोर होने पर आकस्मिक मौत पर विधवा को एक लाख से डेढ़ लाख रुपए तत्काल सहायता देते है। इसके बाद में हर वर्ष ( बच्चे बालिग होने तक) साढ़े सात हजार रुपए चेक की ओर से पेंशन के रूप में उन महिलाओं को भेज दिए जाते है। वर्तमान में जालोर, सिरोही व आसपास के क्षेत्र में समाज की 228 विधवा महिलाओं को वार्षिक पेंशन दी जा रही है।