Rajasthan Help | राजस्थान राज्य की जानकारी

Rajasthan Help | भारतीय गणराज्य में क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है, जो 3,42,239 वर्ग किलोमीटर में फैला है । राजस्थान प्रदेश के पश्चिम में पाकिस्तान है, तो उत्तर में पंजाब एवम् उत्तरी-पूर्व में उत्तर प्रदेश और हरियाणा स्थित है, तो दूसरी ओर पूर्व-दक्षिण में मध्यप्रदेश तो पश्चिम-दक्षिण में गुजरात प्रदेश फैला हुआ है ।

Rajasthans की भौगोलिक विशेषता भी बहुत जटिल है, क्योंकि राजस्थान के पश्चिम में थार मरुस्थल फैला है, तो प्रदेश में बीच से होकर गुजरती है विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखला अरावली पर्वतमाला । राजस्थान में भारत के दो प्रमुख बाघ अभ्यारण रणथंभौर और सरिस्का राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अभ्यारण स्थित है ।

राजस्थान प्रदेश का मुख्य विवरण ( राजस्थान हेल्प )

स्थापना 1 नवम्बर 1956 ( 30 मार्च 1949 को रियासतों का गठन ) 
राजधानी जयपुर 
देश भारत 
जनसंख्या 6,85,48,437 ( 2011 की जनगणना अनुसार ) 
सबसे बड़े शहर जयपुर, उदयपुर और अजमेर एवं जोधपुर 
मुख्य पर्यटन स्थल जयपुर, आमेर, जैसलमेर, जोधपुर, पुष्कर, माउन्ट आबू, उदयपुर और नाथद्वारा 
साक्षरता 2011* 66.1 %
प्रमुख ऐतिहासिक स्थल चित्तोड़गढ़ , सौनारगढ़, हल्दीघाटी, आमेर किला, दिलवाड़ा जैन मंदिर, 
प्रमुख मंदिर नाथद्वारा, मोती डूंगरी, 
शासनराजस्थान सरकार 
मुख्यमंत्रीश्री भजनलाल शर्मा
लिस्ट राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की सूचि 
विधानसभा क्षेत्र 200
लोकसभा क्षेत्र 25
राजभाषाहिन्दी 
आधिकारिक वेबसाइट Rajasthan.gov.in

राजस्थान का इतिहास – History of Rajasthan Help in Hindi

राजस्थान का इतिहास इस विषय पर हम गहन अध्यन कर सकते है, क्योंकि भारत के प्राचीन ग्रंथो में भी इस प्रदेश का उल्लेख मिलता है । राजस्थान प्रदेश का प्रागेतिहासिक वर्णन सिंधु घाटी सभ्यता से मिलता है । करीब 1000 से 3000 ईस्वी ईसा पूर्व राजस्थान पर नाग वंश और मत्स्य जनपद को शासन था, जिसका उल्लेख विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथों में से एक ऋग्वेद में भी मिलता है ।

Rajasthan New Map 2024 | राजस्थान का नया नक्शा

महाभारत काल में भी यहां के अहिछत्रपुर ( वर्तमान नागौर) और मत्स्य जनपद ( वर्तमान अलवर ) का वर्णन मिलता है । इतिहास में आगे चलते है तो यहां पर प्रतिहार राजपूत वंश का राज रहा है, जो वर्तमान गुजरात, मध्यप्रदेश और हरियाणा तक फैला था, इस स्थान को कालांतर में गुर्जरात्रा प्रदेश भी कहां जाता था और यहां शासन करने वाले शासकों को गुर्जर नरेश, किंतु यह केवल एक उपाधि मात्र थी जो यहां शासन करने वाले राजाओं ने धारण की थी ।

प्रतिहार वंश ने 300 वर्षो से अधिक समय तक उत्तरी भारत को बाहरी आक्रांताओं से बचाए रखा था । इसके अधिकांश भू-भाग पर राजपूतों का शासन होने के कारण ब्रिटिशकाल में इस जगह को “राजपूताना” नाम से पुकारा जाने लगा ।

राजपूताना में मुख्य रूप से अलवर, जयपुर, मेवाड़, बूंदी, मारवाड़ और भरतपुर रियासत थी, उन्ही से आगे चलकर बाकी रियासतों का निर्माण हुआ था । अंग्रेजी शासन में उन्होंने पूरे भारत पर अधिकरण कर लिया था, किंतु वह कभी भी राजपूताना को अपने अधीन ना कर सके थे । इसलिए 1818 में उन्होंने रियासतों से गठबंधन करना ही उचित समझा था, क्योंकि यहां के राजपूत शासन स्वभाव से स्वाभिमानी थे और अपनी गुलामी से अच्छा उन्हे मरना मंजूर था ।

आम जनता में इस गठबंधन के प्रति नाराजगी थी, इसलिए यहां के कई वीरों और वीरांगनाओं ने 1857 की क्रांति में भाग लेकर अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह किया था । जब भारत स्वतंत्र हुआ तब तत्कालीन प्रधानमंत्री और सरदार पटेल के लिए यहां की बिखरी हुई रियासतों का गठन करना अत्यंत महत्वपूर्ण था । इसलिए 1948 में रियासतों का गठन शुरू हुआ और “मत्स्य संघ” बना, जिसमे कुछ रियासते शामिल हुई थी, बाद में 1949 में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर जैसी मुख्य रियासते भी इसमें शामिल हो गई ।

इस संघ को “बृहत्तर राजस्थान संयुक्त राज्य” नाम दिया गया । इसके बाद 1958 में अजमेर, सुनेल टप्पा और आबू रोड़ तालुका के शामिल होने पर वर्तमान “राजस्थान” का स्वरूप उभर कर सामने आया था ।

राजस्थान की संस्कृति और त्यौहार

कहते है की राजस्थान रंगो और संगीत का स्थान है, जहां साल के लगभग सभी महीनों में त्यौहारों और धार्मिक उत्सवों का वातावरण रहता है । बात की जाए यहां से सबसे प्रमुख त्यौहार की तो “गणगौर” का नाम मुख्य रूप से सबसे पहले आता है, भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित यह त्यौहार 15 दिन तक चलता है, जिसमे महिलाएं 15 दिन गणगौर पूजन करती है, और उसके बाद बड़ी धूमधाम से शोभायात्रा निकालकर मिट्टी से बनी गणगौर और ईशर जी की मूर्तियों को पानी में विसर्जित किया जाता है ।

प्रदेश के सभी सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सवों में विभिन्न धर्म एक-दूसरे के साथ सम्मिलित होकर उत्साह के साथ मनाते है । अजमेर के निकट पुष्कर धाम में भगवान ब्रह्मा जी का मंदिर स्थित है, जहां प्रतिवर्ष पुष्कर मेला लगता है, जो विश्व का सबसे बड़ा पशु मेला भी है । राजस्थान के जैसलमेर जिले में रामदेवरा स्थान पर भरता है, श्री कृष्ण अवतारी “बाबा रामदेव जी” के मंदिर में लक्खी मेला जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनों की आस लिए आते है ।

राजस्थान की वेषभूषा आदमी – धोती, कुर्ता और साफा एवं महिलाएं – घाघरा-चोली , कुर्ती, एवं चुनरी 
राजस्थान के प्रसिद्ध मेले  खाटू श्याम जी मेला, शीतला माता मेला, गणगौर मेला, तीज मेला, बाबा रामदेव जी का मेला, पाबूजी महाराज का मेला, पुष्कर मेला, दशहरा मेला, तेजा जी महाराज का मेला आदि 
राजस्थान के प्रसिद्ध नृत्य घूमर, कालबेलिया नृत्य, होली धमाल 

जयपुर के निकट स्थित है खाटू श्याम जी का मंदिर और खाटू श्याम का इतिहास तो पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, जिन्होंने भगवान श्री कृष्ण को महाभारत में अपना सर काट के दे दिया था, यहां भी वर्तमान से लक्की मेला भरता है, जहां देश-विदेश से जातरी दर्शनों के लिए आते है ।

राजस्थान के प्रसिद्ध स्थल – Most Famous Places Of Rajasthan in Hindi

देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए राजस्थान किसी स्वर्ग से कम नही है, यहां एक तरफ जैसलमेर-बाड़मेर की तरफ थार मरुस्थल है जहां का तापमान दिन में 50° चला जाता है, तो दूसरी तरफ अरावली की पर्वत श्रृंखला में माउंट आबू है जहां सर्दियों में तापमान लगभग 0° चला जाता है। राजस्थान में जहां उदयपुर में झीलों की बहार है, तो जयपुर और जोधपुर के किले पर्यटकों का मन मोह लेते है । राजस्थान के प्रसिद्ध स्थलों की लिस्ट बहुत लंबी है, किंतु फिर भी हम आपको उनका संक्षिप्त विवरण यहां दे रहे है ।

राजस्थान के प्रमुख स्थल ( Rajasthan Help )
जयपुरनाहरगढ़, आमेर फोर्ट, जयगढ़, सिसोदिया रानी का बाग, जलमहल, हवामहल, जंतर-मंतर, रामगढ़ बांध, जमवाय माता मंदिर, अलबर्ट हाल, मोती डूंगरी मंदिर, बिड़ला मंदिर, गेटौर की छतरियां, गलताजी तीर्थ, खोले के हनुमान जी मंदिर 
जोधपुरमेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन पैलेस, जसवंत थाड़ा, घंटाघर, मंडौर की छतरियां, रॉक एंड डेजर्ट पार्क, 
जैसलमेर सोनारगढ़ किला, गढ़ीसर तालाब, सालिम सिंह जी की हवेली, पाटवो की हवेली, तनोट माता मंदिर, जैन मंदिर, कुलधरा गांव, सैम सैंड, बड़ा बाग की छतरियां
उदयपुर लेक पैलेस, उदयपुर सिटी पैलेस, जग मंदिर, सज्जनगढ़ मानसून पैलेस, जगदीश मंदिर, फतेह सागर झील, पिछोला झील, सहेलियों की बाड़ी, बागोर की हवेली
बाड़मेरकिराडू मंदिर, बाड़मेर फोर्ट, गढ़ मंदिर, नाकोड़ा तीर्थ, सूर्य देव मंदिर, रानी भटियाणी माजीसा मंदिर, नागाणा राय मंदिर, सफेद अखाड़ा, 
बीकानेरकरणी माता मंदिर, भांडासर जैन मंदिर, वैष्णव मंदिर, जूनागढ़ फोर्ट, लालगढ़ महल, देवीकुण्ड, भेरूजी मंदिर,
नागौर नागौर किला, दीपक महल, अमरसिंह राठौड़ स्मारक, अकबरी महल, पशुपति नाथ मंदिर, खिमसर किला, कुचामन किला, चारभुजा मंदिर मकराना, बड़े पीर साहब दरगाह, श्री इंद्र बाईसा मंदिर, श्री रानाबाई मंदिर, पशु मेला, कैवाय माता मंदिर किनसरिया 
राजसमंदकांकरोली मंदिर, कुंभलगढ़ किला, राजसमंद झील, हल्दीघाटी
सवाई माधोपुर रणथंभोर किला, रणथंभौर नेशनल पार्क, अमेरश्वर महादेव मंदिर, त्रिनेत्र गणेश मंदिर, सूरवाल झील, खंडार किला, चौथ माता मंदिर, कांचीदा वैली, शिल्पग्राम

राजस्थान सरकार की सरकारी योजना की जानकारी

राजस्थान सरकार ने प्रदेश की जनता के हितों को ध्यान में रखकर समय-समय पर विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वन करती रहती है। आज हम जानेंगे राजस्थान की सरकारी योजना की जानकारी जो इस प्रकार है:-

राजस्थान की सरकारी योजना की जानकारी ( Rajasthan Help )
इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजनाअन्नपूर्णा योजना महात्मा गांधी न्यूनतम आय गारंटी योजना 
विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजनाइंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजनाराजस्थान सरकार तीर्थ यात्रा योजना
बाल गोपाल व नि:शुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजनाचिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजनाकृषक कल्याण कोष 

राजस्थान के सरकारी पोर्टल – Rajasthan Govt. Portal Information

Rajasthan में बहुत से सरकारी पोर्टल है, जो प्रदेश की जनता को सरकार द्वारा संचालित की जा रही बहुत सी योजनाओं की जानकारी और उनका लाभ देने के लिए बनाए गए है। आज हम यहां जानेंगे कुछ महत्वपूर्ण Rajasthan Portal की जानकारी:-

राजस्थान के सरकारी पोर्टल की जानकारी 
जन सूचना पोर्टल 2024 SSO Rajasthan Portal अपना खाता पोर्टल राजस्थान 
भू नक्शा राजस्थान कृषि विपणन निदेशालय Emitra 
CEO Rajasthan Portal शाला दर्पण पोर्टल राजस्थान पोर्टल 

Interesting Facts About Rajasthan Information – राजस्थान से जुड़े रोचक तथ्य

राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जिसमे सैकड़ों बोलियां बोली जाती है, और प्रतिमाह त्योहारों की धूम मची रहती है। इस लेख में आपकों नीचे राजस्थान से जुड़े रोचक तथ्यों की जानकारी प्रदान करने जा रहे है, जिनको पढ़कर आपकों आश्चर्य होगा:-

  • राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में फैला है, दुनिया का 9वां सबसे बड़ा थार मरुस्थल ।
  • राजस्थान के मध्य में फैली है, विश्व की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखला अरावली पर्वतमाला।
  • राजसमंद में स्थित है महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुंभलगढ़ किला । जिसकी दीवार 36 किलोमीटर में फैली है, जो चीन की दीवार के बाद सबसे लंबी दीवार है।
  • राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है विश्व का सबसे डरावना किला भानगढ़ फोर्ट, जिसमे रात होने के बाद कोई नही जा सकता है ।
  • नागौर जिले के मकराना शहर में निकलता है सबसे कीमती सफेद संगमरमर पत्थर । जिससे बना है आगरा का ताजमहल, और वर्तमान में श्री राम मंदिर अयोध्या के गर्भ गृह में भी मकराना का मार्बल उपयोग किया गया है।
  • जैसलमेर से 18 किमी. पर स्थित है विश्व का सबसे डरावना गांव कुलधरा , रात तो छोड़िए यहां दिन में जाने पर भी शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते है।
  • राजस्थान के पुष्कर में स्थित है भगवान ब्रह्मा जी का एकमात्र मंदिर ।
  • राजस्थान के बीकानेर के देशनोक में चमत्कारी करणी माता का मंदिर है, जिसमे 25 हजार से ज्यादा चूहे एकसाथ रहते है ।
  • राजस्थान के जयपुर में बना जंतर-मंतर विश्व की सबसे बड़ी धूप घड़ी है ।
  • जयपुर के जयगढ़ में विश्व की सबसे बड़ी तोप “जयबाण” है, जिसका गोला 36किमी. से अधिक दूरी तक मार करता था।
  • राजस्थान के पोकरण में भारत ने पहली बार सफल परमाणु परीक्षण किया था।

FAQ’s About Rajasthanhelp.com – राजस्थान से जुड़े सवाल-जवाब

राजस्थान का दूसरा नाम क्या है?

कालांतर में वाल्मीकि ने इस प्रदेश को मरुकान्तार के नाम से भी संबोधित किया था, और ब्रिटिश काल में राजपूताना नाम से जाना जाता था।

राजस्थान का पहला जिला कौन सा है?

आजादी के बाद राजस्थान के गठन के समय बनने वाला पहला जिला धोलपुर था, वर्तमान में 19 नए जिले बनने के बाद राजस्थान में 50 जिले है।

राजस्थान का प्रधानमंत्री कौन था?

17 मार्च 1948 को जब अलवर, धोलपुर,करौली और भरतपुर को मिलकर मत्स्य संघ का निर्माण किया गया था, तब हीरालाल शास्त्री जी को मत्स्य संघ में प्रधानमंत्री पद की शपत दिलाई गई थी। जिसको बाद में 15 मई 1949 को वृहत राजस्थान में विलय करके प्रधानमंत्री का पद मुख्यमंत्री में बदल दिया गया था।

राजस्थान के प्रथम राज्यपाल कौन थे?

राजस्थान का गठन जब पूर्ण हो गया तब 25 अक्तूबर 1956 को श्री गुरुमुख निहाल सिंह जी को पहला राज्यपाल नियुक्त किया गया था।

राजस्थान का राज्य खेल कौन सा है?

1948 को तत्कालीन राज्य सरकार ने बास्केटबॉल को राज्य खेल घोषित किया था।